World: जिंदा ऑक्टोपस खाते ही शख्स की अटकी सांस, फिर हार्ट अटैक से हाे गई माैत
सान-नकजी (dish called san-nakji) एक विवादास्पद व्यंजन है। इसमें ऑक्टोपस को मारकर और उसके टेंटेकल्स (tentacles) को तिल के तेल में पकाकर तैयार किया जाता है। जो चीज़ इस व्यंजन को शानदार बनाती है वह यह है कि ऑक्टोपस टेंटेकल्स को तब परोसा जाता है जब वे जिंदा रहते हैं और हिल रहे होते हैं।

Korean Man Eats Live Octopus: दक्षिण कोरिया में एक बुजुर्ग शख्स की सैन-नकजी (dish called san-nakji) नाम की ‘जीवित’ ऑक्टोपस डिश खाने से मौत हो गई। यह घटना सोमवार को दक्षिण कोरिया के दक्षिण-पश्चिमी शहर ग्वानजू में हुई। अधिकारियों ने बताया कि एक 82 साल के शख्स के गले में ऑक्टोपस के मांस का टुकड़ा फंस गया था, जिसके वजह से उसे कार्डियक अरेस्ट आया. मौके पर पहुंचे एक अन्य शख्स ने बुजुर्ग पर सीपीआर (CPR) देकर बचाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा। इसके बाद, उस पीड़ित को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सान-नकजी (dish called san-nakji) एक विवादास्पद व्यंजन है। इसमें ऑक्टोपस को मारकर और उसके टेंटेकल्स (tentacles) को तिल के तेल में पकाकर तैयार किया जाता है। जो चीज़ इस व्यंजन को शानदार बनाती है वह यह है कि ऑक्टोपस टेंटेकल्स को तब परोसा जाता है जब वे जिंदा रहते हैं और हिल रहे होते हैं।
2010 में, कोरिया टाइम्स ने बताया कि पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) के कार्यकर्ताओं ने न्यूयॉर्क में सिक गाइक और ईस्ट सीफूड (Sik Gaek and East Seafood) नाम के दो कोरियाई रेस्टोरेंट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। पेटा ने मांग की कि रेस्टोरेंट ‘जीवित ऑक्टोपस के टुकड़े परोसना करना बंद करें।
हालांकि, अपने बचाव में सिक गाइक रेस्टोरेंट के एक प्रतिनिधि ने बताया कि, ‘डिश की आलोचना बेमतलब है. इसके अलावा, ऑक्टोपस टेक्निकली जीवित नहीं रहते है। ऑक्टोपस को परोसने से पहले मार दिया जाता है, लेकिन जानवर की तंत्रिका मरने के बाद भी जिवित रहते हैं जिसके वजह से उसके टेंटेकल्स प्लेट पर तड़पते रहते हैं। जो पहले ही मर चुका है उसको खाने में कोई बर्बरता नहीं है।’
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