जब भागीरथ घोर तपस्या कर धरती के उद्धार के लिए गंगा मैया को धरती पर लाए थे तो सबसे पहले गंगा की पवित्र धारा हरिद्वार पर अवतरित हुई थी.
हिंदू धर्म में कुंभ मेले का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया जाता है. मान्यता है कि हर हिंदू को एक बार अपने जीवन में कुंभ मेले के दर्शन जरूर करने चाहिए.
हर रोज़ संध्या के समय हज़ारों श्रद्धालु हर की पौड़ी पर उपस्थित होकर मां गंगा की आरती में शामिल होते हैं. शाम के समय हर की पौड़ी पर गंगा मैया की आरती का सुंदर वातावरण हर भक्त के मन में बस जाता है.
हरिद्वार योगाश्रम के लिए भी काफी प्रसिद्ध है. यहां बड़ी संख्या में लोग योग करने और सीखने आते हैं. हरद्विार के शांत वातावरण में योग करने से शारीरिक के साथ-साथ आध्यात्मिक लाभ भी होते हैं. हरिद्वार को योग का मक्का कहा जाता है.
भारत के प्रसद्धि योग गुरु बाबा रामदेव का डेरा भी हरिद्वार में ही है. हरिद्वार की पावन धरती पर बाबा रामदेव की दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट यूनिवर्सिटी स्थापित है. बाबा रामदेव द्वारा संचालित पतंजलि की मुख्य ब्रांच भी हरिद्वार में ही है.
मां दुर्गा को समर्पित मनसा देवी का प्रसद्धि मंदिर भी हरिद्वार में ही स्थित है. मान्यता है कि मनसा देवी के मंदिर में आने वाले हर भक्त की मनोकामना अवश्य पूरी होती है
हरिद्वार की पावन धरती पर हज़ारों छोटे और बड़े मंदिर स्थापित हैं. हरिद्वार को मंदिरों का घर और गंगा मैया का निवास स्थल भी कहा जाता है. धार्मिक यात्रा के लिए हरिद्वार सबसे बढिया विकल्प है.
हरिद्वार के कंखाल में एक कुंड है जो सती कुंड के नाम से प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि इस कुंड में ही देवी सती ने अपनी बलि दी थी.