जोड़ों का दर्द लोगों द्वारा सामना की जाने वाली एक बेहद आम समस्या है, जो गंभीर होती जाती है। सर्दी के साथ ही जोड़ों की ये समस्या मुश्किल होने लगती है। जोड़ों में दर्द, सूजन, और लालिमा हमेशा बनी रहती है। इसके लिए घरेलू उपचारों को अपनाक इस समस्या से काफी हद तक निजात पा सकते हैं।
काली मिर्च में तमाम तरह के एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटी-गैस्ट्रिक गुण पाए जाते हैं। जो इसे जोड़ों में आई सूजन के लिए बेहतरीन घरेलू उपचार बनाते हैं।
लहसुन में पाया जाने वाला डायलिल डाइसल्फाइड, एक एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक है, जो इसे जोड़ों के दर्द व उनमें आई सूजन को ठीक करने के लिए कारगर बनाता है।
हल्दी में पाया जाने वाला तत्व करक्यूमिन नामक तत्व भी शानदार एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी यौगिक है। जिसका प्रयोग लंबे समय से जोड़ों के इलाज में किया जा रहा है।
खाने का स्वाद बढ़ाने वाला बेहद चर्चित मसाला दालचीनी हमारे जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। नियमित तौर पर दालचीनी का सेवन हमारे जोड़ों के स्वास्थ्य पर अच्छा असर डालता है। दालचीनी में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
यूकेलिप्टस यानी नीलगिरी के पत्तों में भी भरपूर एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। जो इसे जोड़ों के दर्द व सूजन को कम करने में कारगर बनाते हैं। इसके अलावा यूकेलिप्टस में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड जोड़ों में आने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं।
आमतौर पर त्वचा संबंधी विकारों को ठीक करने के लिए पहचाना जाने वाला एलोवेरा हमारे जोड़ों की सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है। इसके नियमित प्रयोग से आप जोड़ों से संबंधित समस्याओं से निजात पा सकते हैं।