इलायची को पेट के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसके सेवन करने से पेट में गैस की समस्या भी दूर होती है। आप चाहे तो इलायची को मुंह पानी में उबालकर पी भी सकते हैं। एक कप पानी में 2 या 3 इलायची को अच्छे से कूटकर उबाल लें और उसके बाद पानी ठंडा होने पर पी लीजिए।
दही के बिना खाना अधूरा सा लगता है। दही सिर्फ खाने का स्वाद ही नहींं बढ़ाती है, बल्कि ये पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करती है। ये गट बैक्टीरिया को संतुलित करके गैस बनने से रोकती है। बार-बार डकार की समस्या से निजात के लिए आप दही में चुटकीभर नमक मिलाकर खा सकते हैं।
पुदीने में मासंपेशियों को आराम देने वाले गुण होते हैं जो पाचन मार्ग को राहत देता है और पेट में बनने वाली गैस को कम करता है। एक चम्मच पुदीने की सूखी पत्तियां लें और उसे एक कप गर्म पानी में डालें। इसे 10 मिनट तक उबालें और फिर छानकर दिन में दो से तीन बार पिएं।
डकार पैदा करने वाली गैस से संबंधित समस्याओं का असरकारी रूप से इलाज करने में अदरक बुहत फायदेमंद है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लामेट्री और दर्द-निवारक गुण होते हैं। ताजी का अदरक का एक छोटा-सा टुकड़ा लेकर चबाएं।
पपीते में एक ऐसा एंजाइम होता है जो बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है और पाचन में सुधार लाता है। पपीता डकार और सीने में जलन का बेहद असरकारी घरेलू उपचार है। आप पका पपीता रोज खाएं या इसकी स्मूदी बनाकर पिएं।
केले में फाइबर उच्च मात्रा में होता है जिससे पाचन में सुधार आता है और डकार कम आती है। अगर आपका बार-बार डकार आ रही है तो केला खा लें लेकिन एक दिन में एक से ज्यादा केला न खाएं।
हींग डकार पैदा करने वाली गैस से राहत पाने में मदद करती है। एक गिलास गुनगुने पानी में एक चुटकी हींग, अदरक पाउडर और नमक डालकर मिक्स करें। अब इस पानी काे पी लें।
खट्टी डकार को सौंफ से ठीक किया जा सकता है। पेट दर्द के साथ-साथ खट्टी डकारें आ रही हैं तो एक या आधा चम्मच सौंफ चबा लें। आप गुनगुने पानी में भी इसे मिलाकर पी सकते हैं।