एलोवेरा जूस का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसे गाय के कच्चे दूध में मिलाकर पीने से डायबिटीज की बीमारी में राहत मिलती है। इसका सेवन रोजाना सुबह खाली पेट ही करें।
ब्लड में शुगर की मात्रा ज्यादा होने से घाव जल्दी नहीं भरते हैं। ऐसे में रोजाना एलोवेरा जूस या 2 से 3 चम्मच एलोवेरा जूस का सेवन करने से लाभ होता है।
एलोवेरा में पाया जाने वाला इमोडिन शरीर में मौजूद ग्लूकोज को कम करता है और एलोवेरा के सेवन से शरीर को मूसिलेज और ग्लूकोमेनन 2 तरह के फाइबर मिलते हैं। यह वजन को कम करने में भी मददगार होते हैं।
एलोवेरा में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो वज़न को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। यह शरीर में फैट को जमने से रोकता है।
एलोवेरा के सेवन से पाचन तंत्र भी बेहतर होता है। इसके रस में मौजूद लैक्सटिव नामक तत्व आंत संबंधी बीमारियों को ठीक करता है।
एलोवेरा में मौजूद सैकराइडस तनाव को कम करने में भी मदद करता है। रोजाना सुबह हल्के गुनगुने पानी में एक चम्मच एलोवेरा के रस को मिलाकर पीने से मस्तिष्क की कोशिकाओं को राहत मिलती है।
एलोवेरा में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं। ये सूजन को दूर करने में कारगर होते हैं। अगर मांसपेशियों में खिंचाव आ गया हो तो तुरंत एलोवेरा जूस का सेवन करें।
एलोवेरा में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के चलते ये गठिया रोग में भी फायदेमंद है। इसे पानी में मिलाकर लेने से हड्डियों की कमजोरी दूर होती है। इससे बोनमैरो जूस बनने में भी मदद मिलती है।