दालें भी कई तरह की होती हैं जैसे चना, अरहर, मूंग, मसूर आदि. क्या आप जानते हैं कि इन सभी दालों से मिलने वाले फायदे भी अलग-अलग है
चना दाल जब प्याज, लहसुन, टमाटर, जीरा आदि का तड़का डालकर तैयार की जाती है, तो खाने का मजा दोगुना हो जाता है। चना दाल (Chana dal) में डायटरी प्रोटीन की मात्रा काफी अधिक होती है। साथ ही इसमें मिनरल्स जैसे कॉपर, मैंगनीज भी अधिक होता है।
मसूर दाल गुलाबी रंग की होती है। इसके सेवन से भी सेहत को कई लाभ होते हैं। जिन लोगों को बाइल रिफ्लक्स (Bile Reflux) की शिकायत होती है, उन्हें भी मसूर दाल का सेवन करना चाहिए। इतना ही नहीं, शरीर में यह रक्त प्रवाह को भी सुधारती है।
मूंग दाल का सेवन बहुत लोग करते हैं और ये दाल डायट फ्रेंडली दाल होती है। इसमें कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है और आयरन और पोटैशियम से भरपूर होती है।
काबुली दाल का सेवन लोग बहुत कम करते हैं, लेकिन आपको पता नहीं कि यह अन्य दालों की ही तरह बहुत फायदेमंद होती है। यदि आपके शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल की कमी है, तो इस दाल का सेवन कुछ दिनों के लिए नियमित रूप से करें। यह आयरन और फॉलिक एसिड से भी भरपूर होती है।
होली या किसी खास दिन उड़द दाल से लोग ज्यादातर दही-बड़े बनाते हैं, लेकिन इसका सेवन नियमित रूप से नहीं करते हैं। यदि आप भी ऐसा करते हैं, तो इसे भी डायट में शामिल करें। इस दाल में प्रोटीन्स और विटामिन बी की भरपूर मात्रा पाई जाती है।
तुअर दाल को अरहर दाल भी कहते हैं, जिसका सेवन लोग सबसे ज्यादा करते हैं। इसे खासतौर से मसूर दाल के साथ मिलाकर लोग अधिक पकाते हैं। यह दाल चना या मूंग दाल से जल्दी पक जाती है। खाने में भी इसका स्वाद अन्य दालों की तुलना में काफी अच्छा लगता है।
यह दाल टुकड़ों में नहीं, बल्कि छोटे-छोटे गोल दोने की तरह होती है। इसमें कैलोरी की मात्रा बेहद कम और कैल्शियम की मात्रा सबसे अधिक होती है। मूंग दाल हड्डियों को मजबूती देती है।