Tech Tips: Online Gaming की लत 5 तरह से कर सकती है बर्बाद, समय रहते छुड़ा लें आदत

Online Gaming: अगर आपको ऑनलाइन गेम खेलना पसंद है और अक्सर आप खाली समय में ऑनलाइन गेमिंग ही करते हैं, तो संभल जाएं। क्योंकि आपकी पसंद आपको इसकी लत लगा सकती है। आपने कई बार पढ़ा होगा या डॉक्टर सलाह भी देते हैं कि ऑनलाइन गेम की लत आपकी नींद खराब कर सकती है। डीहाइड्रेशन, पीठ, आंख, सर और गर्दन में दर्द, खराब कॉन्सेंट्रेशन, दिल की बीमारी, मोटापा जैसी चीजें हो सकती हैं। लेकिन ये तो हुई आपके सेहत की बात. हम यहां आपको बता रहे कि ऑनलाइन गेमिंग की आदत आपको टेक्नीकली और इकोनॉमिकली कितना नुकसान पहुंचा सकता है।ऑनलाइन गेमिंग की लत किसी भी व्यक्ति को इन तरह से बर्बाद कर सकती है।
साइबर बुलिंंग के शिकार
ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया में साइबर बुलिंंग अब बहुत आम हो गई है। दरअसल, यहां बहुत से खिलाड़ी अपनी पहचान छुपा कर गेम को ज्यादा टेंस्ड और कम मजेदार बना सकते हैं। खासतौर से इसका असर बच्चों पर ज्यादा देखने को मिलता है। बच्चे इसे बहुत सीरियसली लेते हैं और कई ये उनकी जान पर भी बन आता है।
छुपी हुई फीस
ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया में फ्री मोबाइल गेमिंग बहुत बड़ा बिजनेस है। इसे ऑनलाइन गेमिंग के बाजार में फ्रीमियम कहा जाता है।इसका मतलब ये है कि पहले तो आपको फ्री गेम खेलने का मौका दिया जाएगा। लेकिन जैसे ही आपका इसमें इंटरेस्ट आएगा, पूरा गेम खेलने के लिए फीस मांगी जाएगी।गेम शुरू करने से पहले ही ऑनलाइन बिजनेस करने वाली कंपनियां, यूजर से पेमेंट डिटेल ले लेती हैं और फ्री गेम का समय समाप्त होते ही उनके अकाउंट से पैसे काट लेती हैं। कई बार यूजर ध्यान भी नहीं देता और उसके अकाउंट से पैसे कटते रहते हैं।
मालवेयर
आप ऐसा मानते होंगे की Google Play पर आने वाले सारे गेम्स सेफ होते है, लेकिन ऐसा नहीं है। क्योंकि ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले इतने स्मार्ट होते हैं कि वो छोटे-मोटे बदलाव कर रेपुटेड मार्केट प्लेस में अपनी जगह बना लेते हैं और जैसे ही उन्हें डाउनलोड किया जाता है, वे सिस्टम में मालवेयर छोड़ देते हैं। एडवेयर और ट्रोजन्स जैसे मालवेयर किसी भी इंफेक्टेड मशीन को अपना शिकार बना सकते हैं। इसका फायदा ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले लोग उठाते हैं. वो धीरे-धीरे लैपटॉप या पीसी पर अपना कब्जा कर लेते हैं।
Webcam के जरिये पहुंचाते हैं नुकसान
ज्यादातर ऑनलाइन गेम Webcams की जरूरत पड़ती है। लेकिन हैकर्स के लिए वेबकैम के जरिये सिस्टम हैक करना और भी आसान हो जाता है। ज्यादातर लोग वेबकैम का यूज करने के बाद उसे अप्रोटेक्टेड छोड़ देते हैं। यूजर्स की ये आदत, हैकर्स का रास्ता और भी आसान कर देती है।कोई भी एक्सटर्नल या इंटरनल रिकॉर्डिंग डिवाइस जैसे कि वेबकैम या माइक्रोफोन खतरनाक साबित हो सकते हैं। इन डिवाइसेज पर कंट्रोल करना हैकर्स के लिए आसान होता है. हैकर्स वीडियो बना सकते हैं या इन डिवाइसेज पर अपना कब्जा कर सकते हैं।
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