Political: इंडिया गठबंधन को लेकर बोले उमर अब्दुल्ला, गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं

MP assembly election: मध्य प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में नाराजगी देखी जा रही है। यहां पर दोनों पार्टी की तरफ से अपने अलग-अलग उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा गया है। सपा ने जिन प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है वह कांग्रेस और बीजेपी से टक्कर लेते हुए दिखाई देंगे।
गठबंधन को लेकर उमर अब्दुल्ला ने जताई चिंता
Umar Abdulla: मध्य प्रदेश में सीट बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में घमासान छिड़ा हुआ है। यहां कांग्रेस और समाजवादी पार्टी एक दूसरे के खिलाफ अपने प्रत्याशियों को उतार चुकी है। अब दोनों पार्टियों के प्रत्याशी आमने-सामने आकर अपनी अपनी पार्टियों के लिए चुनावी प्रचार करेंगे। जहां एक साथ गठबंधन के लोगों को चुनावी प्रचार करना था अब वहां पर अलग-अलग नेता अपनी पार्टी के लिए चुनावी प्रचार करेंगे। ऐसा होता देख जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने इस पर नाराजगी जताई है। उमर अब्दुल्ला इंडिया गठबंधन में शामिल है। और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की रणनीति से जुड़े हुए हैं। उमर अब्दुल्ला ने इंडिया गठबंधन को लेकर कहा है कि इस गठबंधन में कुछ तो गड़बड़ी हो गई है। गठबंधन में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। कुछ आंतरिक कलह, जो नहीं होनी चाहिए थी, देखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव होने के बाद हम सभी राजनीतिक दल एक साथ फिर मिलेंगे और फिर से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा होगी।
कांग्रेस से अखिलेश यादव दिखे थे नाराज
मध्य प्रदेश में नवंबर के महीने में मतदान होना है। जिसको लेकर इंडिया गठबंधन से जुड़े कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता आपस में एक दूसरे पर बयान बाजी करते हुए दिखाई दिए थे। यहां पर समाजवादी पार्टी की मुखिया अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि जो गठबंधन बनाया गया था उस गठबंधन के तहत एमपी में चुनाव नहीं लड़े जा रहे हैं। यहां पर समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से कुछ सीटें मांगी थी लेकिन कांग्रेस ने सीटें नहीं दी और वहां पर अपने प्रत्याशियों को उतार दिया। अखिलेश ने कांग्रेस से पूछा था कि गठबंधन अगर प्रदेश स्तर पर हुआ था तो यह एमपी में क्या हो रहा है। गठबंधन प्रदेश स्तर पर नहीं हुआ है तो आगे कभी भी यूपी में भी प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं किया जाएगा। इसी के बाद अखिलेश यादव ने कांग्रेस से नाराज होकर अपने प्रत्याशियों को एमपी चुनाव में उतार दिया है। अब इंडिया गठबंधन को लेकर सवाल यह कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में क्या यह गठबंधन मजबूत रहेगा क्या बीजेपी को टक्कर देने का काम कर सकेगा।
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