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Dhanteras Shopping 2023: इस धनतेरस अगर खरीद लिया इस धातु का बर्तन तो जाओगे मालामाल

धनतेरस के त्योहार को हम धनत्रयोदशी के नाम से भी जानते हैं। धनतेरस के दिन भगवान कुबेर और धनवंतरी की पूजा की जाती है। इस दिन स्थायी रूप से प्रयोग किया जाने वाले सामान की खरीदने का महत्व होता है। इसलिए ज्यादातर घरों में धनतेरस के दिन बर्तन करेड़ा जाता है।
 
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Dhanteras Shopping 2023:धनतेरस के त्योहार को हम धनत्रयोदशी के नाम से भी जानते हैं। धनतेरस के दिन भगवान कुबेर और धनवंतरी की पूजा की जाती है। इस दिन स्थायी रूप से प्रयोग किया जाने वाले सामान की खरीदने का महत्व होता है। इसलिए ज्यादातर घरों में धनतेरस के दिन बर्तन करेड़ा जाता है।

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वैसे तो हमे स्टील, अल्मूनियम, तांबा, आदि कई धातुओं के बने मिल जाते हैं और लोग उन्हें खरीदते भी हैं, किंतु धनतेरस के दिन चांदी के बर्तन खरीदना अत्यधिक शुभ व मंगलकारी माना जाता है। जो लोग चांदी के बर्तन नहीं खरीद सकते, वो लोग अपनी स्वेच्छा अनुसार  पीतल और स्टेनलेसस्टील के बर्तन भी खरीद सकते हैं।

आज कल बहुत सारे लोग मिट्टी अथवा चीनी मिट्टी के बर्तन भी खरीदते है। ध्यान रहें बर्तन चाहे, जिस धातु के खरीदें, उन्हें घर पर लाने के बाद उनका पूजन अवश्य करें। इसके लिए बर्तन पर रोली से स्वास्तिक अथवा ओम का चिह्न बनाए। उसके बाद फिर उसपर अक्षत, पुष्प और मिठाई अर्पित करें। धनतेरस के मौके पर बर्तन खरीदने के बाद बिना पूजन किए बर्तन को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस दिन खरीदारी करने के लिए एक अबूझ मुहूर्त माना जाता है, यानी इस दिन आप जब चाहें तब खरीदारी कर सकते हैं।

भोग लगाने से मिलता है सुख समृद्धि का वरदान

धनतेरस के दिन भगवान श्री विष्णु को प्रसन्न करने के लिए विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ और नारायण देवता को भोग लगाना अनिवार्य होता है। इस दिन हमें खीर का भोग लगाना चाहिए।
एक बात और ध्यान रखिए कि जो बर्तन आपने खरीदा हो, तो आप अपना भोग उसमे ही लगाएं और ऐसा करने से घर परिवार में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। पूजा करे वाले को इसी अवधि के मध्य 'ॐ नमो भगवते धन्वंतराय विष्णुरूपाय नमो नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।

जिससे परिवार में दीर्घायु एवं प्रेम भाव बना रहें। इस दिन आयुर्वेद के ज्ञाता धनवंतरी जी का प्रादुर्भाव हुआ था। वह समुद्र मंथन में एक अमृत कलश लेकर निकले थे। इस कलश के अंदर संजीवनी रूपी अमृत था। भगवान धनवंतरी को भगवान हरि विष्णु स्वरूप माना जाता है। इस दिन चावल को पीसकर घोल तैयार कर लें। जिसके बाद उसमें हल्दी मिलाकर घोल से घर के मुख्य दरवाजे पर ॐ बनाने से घर में माता लक्ष्मी जी का आगमन होता है।

यमराज को करें प्रसन्न

धनतेरस के दिन से लगातार पांच दिन तक यमराज को प्रसन्न करने के लिए दिया जलाया जाता है। यमराज यानी मृत्यु के देवता इन्हे प्रसन्न करने से अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलती है। इसलिए हमें इन पांच दिन आटे का दिया जलाना चाहिए।